नेचर जर्नल में प्रकाशित इस रिपोर्ट को रोना से उभरे उन लोगों के भ्रम को दूर करने वाली है जो यह समझते हैं कि उन्हें टीका नहीं लगवाने के बावजूद अब जल्दी करो ना संगमरमर नहीं होगा विशेषज्ञों ने कोरोना से 12 महीने पहले संकरण पागल लोगों के सीरम अध्ययन में पाया गया है इनमें कोरोना के अल्पेरेन के मुकाबले डेल्टा कैंट के खिलाफ लड़ने की क्षमता 4 गुना कम थी।
अल्फा बीटा और डेल्टा
टीके की केवल एक खुराक लेने वाले को रक्त का सैंपल लिया गया इसके बाद इन सैंपल को कोरोना के अल्फाबेट और डेल्टा वेरियन के खिलाफ रखा गया अल्फा वेरियन सबसे पहले ब्रिटेन के कैंट में बीटा वेरियन दक्षिण अफ्रीका में और डेल्टा वैरीअंट सर्वप्रथम भारत में मिला था अध्ययन में पाया गया कि एक खुराक से शरीर में पर्याप्त एंटीबॉडी नहीं बनती है।
दुनिया में 80 फ़ीसदी नए मामले की वजह डेल्टा
वैश्विक स्तर पर पाए जाने वाले कुल नए कोरोना संक्रमण में 70 फ़ीसदी की वजह डेल्टा 12 से ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण में डेल्टा वेरिएंट का योगदान 96% अधिक है तो प्रांत में या योगदान 40 भेज दिया या अमेरिका में भी नेपाल तेजी से पसार रहा है ब्रिटेन में शुक्रवार को 1 दिन में साढे 35 हजार से अधिक संपत्ति मिले और आशंका जताई जा रही है कि प्रतिदिन के संक्रमण का यह आंकड़ा 100000 के पार कर सकता है डेल्टा के कारण इंडोनेशिया दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया बांग्लादेश और दक्षिण कोरिया समेत कई देशों में ऐसे मामले तेजी से बढ़े हैं अगर आप लोगों ने अभी तक टीका नहीं लगाया है तो जल्द से जल्द जाकर टीका लगवा ले क्योंकि आगे फीका न लगाने से बहुत ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
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