}); }); Happy Mothers Day क्या वो बचपन के दिन थे। माँ जितना भी लिखू तुम्हारे बारे में उतना कम है Mind matter with Priyanshukanpuri

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Happy Mothers Day क्या वो बचपन के दिन थे। माँ जितना भी लिखू तुम्हारे बारे में उतना कम है Mind matter with Priyanshukanpuri

माँ   मै क्या लिखूँ आज तुम्हारे बारे मेे मेरे कुछ समझ में नही आ रहा है क्युकी लिखने के लिये तो बहोत है लेकिन शायद ही मै लिख पाऊ ।

माँ तुमने मुझे 9 महीने अपने पेट में रखा।
मैने कित्नी बार तुम्हारे पेट मे लात मारी होगी ।
न जाने तुमने कित्ने कष्ट झेले होंगे माँ । 

माँ क्या वो दिन थे जब मैं छोटा था ।
तुम किचन में रोटिया बनाती थी ।
मै आकर तुम्हारे पास बैठ जाता था।

माँ मै तुम्हारे बारे मेँ जितनी भी बाते लिखू वो भी कम पड़ जायेगी।
माँ तुमने कितनी दिक्कतो का सामना किया शायद ही उस चीज़ को कोई समझे।

माँ आज भी मुझे वो दिन याद है।
जब मै तीन साल का था 
तुम मुझे गोद में लेकर नानी के यहा जा रही थी।

माँ उस दिन भी तुमने कितने कष्ट झेले थे।
शायद उसको कोई महसूस कर पाये।

माँ बचपन की बहोत सी बाते है ध्यान लेकिन क्या क्या लिखू ।।
माँ आज भी  वो दिन मुझे याद है जब तुमने मेरी छोटी बहन को जन्म दिया था।

 माँ मैं इत्ना खुश हुआ था 
की तुरंत मैने अपने प्रियांशू नाम के  उंन तीन अक्षरो में से दो अक्षर   (प्रिया ) अपनी बहन को दे दिये थे।

माँ क्या वो बचपन के दिन थे।
जब तुम मुझे मेले में घुमाने ले जाती थी।

और खिलौने लेने के लिये  तुम मुझे मना कर देती थी।
और मै वही जमीन पर लेट कर रोने लगता था।

माँ क्या वो दिन थे।
जब तुम मुझे नहला कर काजल आंखो में लगा कर राजा बाबू बना कर मेरे बालो में कंघी करती थी ।😂😂

और मैं तुरंत मिट्टी में खेल कर अपने कपड़े गंदे कर लेता था।

माँ आज भी मुझे वो दिन याद है
जब हम सब गाँव में थे और मेरी हालत सीरियस हो गयी थी माँ जब मै लेटा था  तुम मुझे अपने हाथो से खाना खिला रही थी लेकिन मै नही खा रहा था ।
तुम कितना रोयी थी माँ ।
माँ मै जितना भी लिखूँ तुम्हारे बारे में उत्ना कम है।

माँ  मुझे आज भी वो दिन याद है 
जब घर पर बुआ आयी थी
और तुमने मुझ्से कहा था 
की जाओ बिस्किट ले आओ।
माँ उस दिन मै 20 रुपय  के धोके दो हजार लेकर चला गया था।
और तब दुकान की आंटी ने मुझसे कहा की जाओ अपनी मम्मी या पापा को बुला कर लाओ।
तब तुम गयी थी और पापा ने मेरी क्लास लगायी थी ।

क्या वो बचपन के दिन थे।

माँ जब मेरे हॉस्टल के जाने की बारी आयी तुम कित्नी उदास हो गयी थी।

जब भी मै सुबह Collage जाता था
 और शाम को 5 बजे हॉस्टल आता था।
रुम का दरवाजा खोल कर जब तुम्हे फोन मिलाता था 

की माँ कैसी हो घर पर सब ठीक है या नही।

लेकिन फिर भी माँ तुम मुझसे झूठ बोल देती थी 
की सब कुछ घर पर ठीक है 

माँ जितना भी मै तुम्हारे लिये लिखूँ  उत्ना कम है।
 माँ तुम्हारा बहोत बहोत धन्यवाद मुझे जन्म देने के लिये।।

 इस दुनिया की सभी माँओ को    Happy Mothers Day...................................




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