विटामिन डी की कमी दूर होकर थमेगी तीसरी लहर।
दोस्तो चिकित्सा वैज्ञानिक ने कहा है कि यदि सरकार टीकाकरण के साथ-साथ विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए भी कदम उठाए तो इससे लोग कोरोना के खतरे से बच सकते हैं या पाया गया है कि जिन लोगों में विटामिन डी की कमी है उन्हें कोरोना संक्रमण अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु का खतरा ज्यादा बन जाता है कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच शोध के नतीजे बेहद अहम है एपिडोमिलॉजी इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार यूरोप एवं अमेरिका में पूर्व में हुए कई अध्ययनों में इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि विटामिन डी की कमी से जूझ रहे लोगों में संक्रमण दर ज्यादा थी इस रोग अमेरिका समेत कई देश में को रोना मत उधर ऊंची होने की एक वजह वहां बड़े पैमाने पर लोगों में विटामिन डी की कमी होना भी है जिन देशों में सूर्य की रोशनी ज्यादा होती है उन देशों में अपेक्षाकृत मृत्यु दर कम रही है शोध के प्रमुख लेखक वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी विभाग के निदेशक प्रोफ़ेसर जुगल किशोर ने कहा कि भारत भी उन देशों में शुमार है जहां धूप पर्याप्त रहती है जो विटामिन डी की एक प्राकृतिक स्त्रोत है लेकिन कतिपय कारणों से लोग इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं जरूरी है कि सप्ताह में कुछ घंटे कम कपड़ों में धूप से की जाए लेकिन सभी के लिए ऐसा संभव नहीं हो पाता नतीजा यह है कि 60% से अधिक आबादी के विटामिन डी की कमी के शिकार होने की संभावना है यूरोप अमेरिका में बहुत ज्यादा प्रतिशत से बढ़ रहा है
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